Hey there, How are you doing?
Hope,you are doing brilliant.
एक वाक़या आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ | आज बहुत सालों बाद अपनी सहेली से बात हुई | FACEBOOK के ज़माने में किसी पुराने दोस्त या जानकार को ढूँढना आसान सा हो गया है | Messenger पर उसका नंबर लेते ही मैंने उसे फ़ोन मिला दिया , क्योंकि ख़ुशी ही इतनी थी | लम्बी गपशप के बाद पता चला के वो भी अब गृहस्थ जीवन में व्यस्त है और एक प्यारी सी बिटिया की माँ है | उससे बात करते हुए एहसास हुआ के कुछ ठीक नहीं है , वो मुझे school time की तरह चहकती नहीं मिली | मुझसे रहा न गया और मैंने पूछ ही लिया,
"तेरी आवाज़ में आज वो खनक नहीं है khushi , कोई बात है तो मुझे बता सकती है | मैं और कुछ नहीं तो mental support दे सकती हूँ | "
इतना सुनते ही वो सकपका गई और फ़ोन रखने को कहा |
लेकिन इस conversation के बाद मेरा मन बहुत विचलित था | कई दिन बीते और हमने मिलने का प्लान बनाया, मिलने के बाद पता चला के वो DEPRESSION से गुज़र रही है , और अब उसके इलाज की चर्चा घर में आए दिन होती है, उसे बेटी को हैंडल नहीं करने दिया जाता, साफ़ लफ्ज़ो में कहूँ तो उसे पागल समझा जाता है |
ख़ुशी से ये सारी बातें करने के बाद मेरे दिमाग में मेरी जानने वाली ५ और ऐसी females आ गईं जो खुद को DEPRESSED समझती हैं /थीं या फिर उन्हें DEPRESSED समझा जाता है | इन ५ नामों में १ नाम और जोड़ देती हूँ जो कि मेरा अपना नाम है | जी हाँ एक टाइम पर मुझे भी ये लगने लगा था के मैं DEPRESSION में हूँ और मुझे इलाज की ज़रूरत है | कैसे मैं उस feeling से बाहर आई आज वो आपको बताउंगी |
आजकल की fast paced life में दो पल सुकून के मिल जाएं बहुत हैं लेकिन दुविधा ये ही है के हम ladies इतनी सारी ज़िम्मेदारियाँ निभाती हैं के हम खुद को टाइम नहीं दे पाती | और ये ही असल वजह बन जाती है हमारी उदासी की जिसे हमारे आस पास के लोगों या फिर हमारे खुद के द्वारा DEPRESSION समझ लिया जाता है|
"मैं डिप्रेस्ड नहीं हूँ " इस बात का अंदाज़ा मुझे तब हुआ जब मैंने देखा के जो ५ महिलाएं ये ही बात कर रही हैं सबकी परेशानी है
1 अकेलापन :- बहुत सारी ज़िम्मेदारियाँ एक साथ निभा रही हैं
२. सुनने वालो की कमी :- कई बार दिल हल्का करने के लिए १ कान ही काफी होता है
3. JUDGEMENTS :- सुनने के बाद जज किया जाता है
४ अपने लिए टाइम न निकाल पाना
५ अपने लक्ष्यों तक पहुँचता न दिखना
कुछ इसी तरह की similarities मुझे देखने को मिली , तब लगा मैं अकेली नहीं हूँ इस क़तार में | और तब अंतर्मन से आवाज़ आई के मैं DEPRESSED नहीं हूँ | मुझे खुद पर काम करना है
अगर आप इस वाकये से relate कर पा रहें हैं तो कुछ पल शांत बैठ कर अपने मन की आवाज़ को सुनिए के वो क्या चाहता है, ऐसा क्या है जिसे करने के बाद मन खुश हो जाएगा, बस वो ही चीज़ आपको अपने रूटीन में शामिल कर लेनी है |
ज़रूरी नहीं के कुछ करना ही है , अगर मन है के कुछ नहीं करना और कुछ पल फ़िज़ूल बैठना है " तो बैठिये " आप सारा दिन किसी न किसी के लिए कुछ न कुछ करती हो २ पल अपने लिए निकाल लोगी तो बहुत ख़ुशी होगी |
आपका PASSION जो अधूरा है किसी भी कारण से उसे पूरा करने की कोशिश करो
reading की habit डालो
अच्छे और positive लोगों से वास्ता रखो
हर किसी के आगे अपना मन ना खोलो
वो एक कान ढूंढो चाहे आपके life partner , friend , पडोसी ,आपका बच्चा , आपकी diary , कुछ भी जहाँ आप अपना मन हल्का कर सको और ये निश्चित हो के ये मुझे सुनेगा और सिर्फ सुनेगा |
"सुनेगा और सिर्फ सुनेगा" कहने का मक़सद ये है के कई बार हमें सही गलत की पहचान होती है, लेकिन उस एक पल में लगता है कोई सिर्फ सुन ले और जब मन हल्का हो जाए तो आप खुद से निर्णय ले पाओ क्या सही है क्या गलत|
अपना मनपसंद music सुनो
अपने अपनों के साथ टाइम बिताओ
अपनी family और specially friends के साथ टाइम बिताओ , क्योंकि हर एक फ्रेंड ज़रूरी होता है
अपनी किसी कला को निखारो जिससे आपको नवाज़ा गया है |
अपनी grooming पर ध्यान दो
Red lipstick लगा लो, अरे हसो नहीं ये सच है बहुत बड़ा, चलो अभी try कर के देखो और अगर mood change हो जाए तो इस ब्लॉग के निचे कमेंट करो
ये सारी चीज़े १ दिन में नहीं हो पाएंगी,ये सोचो के रोज़ ख़ुद पर काम करना है , ख़ुश रहना है, ख़ुश लोगों के साथ रहना है, जब जब मन उदास हो अपना ध्यान हटा कर वो काम करो या वो किस्से याद करो जिनसे आपका मन लग जाए | हर रोज़ कोशिश करो कुछ minutes अपने लिए निकालने की
ये सारी बातें हर उम्र के लोगो पर लागू होती हैं , चाहे आप working हैं या नहीं हैं, married हैं, separated हैं, relationship में हैं, कुछ भी हैं, कोई भी situation है ये चीज़े फॉलो करेंगे तो बहुत हद तक खुद को खुश पाएंगे
31.08.2018
Anonymous
इसी तरह के BLOGS मैं लिखती रहूंगी आप यूँ ही साथ बनाए रखिये
Hope,you are doing brilliant.
एक वाक़या आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूँ | आज बहुत सालों बाद अपनी सहेली से बात हुई | FACEBOOK के ज़माने में किसी पुराने दोस्त या जानकार को ढूँढना आसान सा हो गया है | Messenger पर उसका नंबर लेते ही मैंने उसे फ़ोन मिला दिया , क्योंकि ख़ुशी ही इतनी थी | लम्बी गपशप के बाद पता चला के वो भी अब गृहस्थ जीवन में व्यस्त है और एक प्यारी सी बिटिया की माँ है | उससे बात करते हुए एहसास हुआ के कुछ ठीक नहीं है , वो मुझे school time की तरह चहकती नहीं मिली | मुझसे रहा न गया और मैंने पूछ ही लिया,
"तेरी आवाज़ में आज वो खनक नहीं है khushi , कोई बात है तो मुझे बता सकती है | मैं और कुछ नहीं तो mental support दे सकती हूँ | "
इतना सुनते ही वो सकपका गई और फ़ोन रखने को कहा |
लेकिन इस conversation के बाद मेरा मन बहुत विचलित था | कई दिन बीते और हमने मिलने का प्लान बनाया, मिलने के बाद पता चला के वो DEPRESSION से गुज़र रही है , और अब उसके इलाज की चर्चा घर में आए दिन होती है, उसे बेटी को हैंडल नहीं करने दिया जाता, साफ़ लफ्ज़ो में कहूँ तो उसे पागल समझा जाता है |
ख़ुशी से ये सारी बातें करने के बाद मेरे दिमाग में मेरी जानने वाली ५ और ऐसी females आ गईं जो खुद को DEPRESSED समझती हैं /थीं या फिर उन्हें DEPRESSED समझा जाता है | इन ५ नामों में १ नाम और जोड़ देती हूँ जो कि मेरा अपना नाम है | जी हाँ एक टाइम पर मुझे भी ये लगने लगा था के मैं DEPRESSION में हूँ और मुझे इलाज की ज़रूरत है | कैसे मैं उस feeling से बाहर आई आज वो आपको बताउंगी |
आजकल की fast paced life में दो पल सुकून के मिल जाएं बहुत हैं लेकिन दुविधा ये ही है के हम ladies इतनी सारी ज़िम्मेदारियाँ निभाती हैं के हम खुद को टाइम नहीं दे पाती | और ये ही असल वजह बन जाती है हमारी उदासी की जिसे हमारे आस पास के लोगों या फिर हमारे खुद के द्वारा DEPRESSION समझ लिया जाता है|
"मैं डिप्रेस्ड नहीं हूँ " इस बात का अंदाज़ा मुझे तब हुआ जब मैंने देखा के जो ५ महिलाएं ये ही बात कर रही हैं सबकी परेशानी है
1 अकेलापन :- बहुत सारी ज़िम्मेदारियाँ एक साथ निभा रही हैं
२. सुनने वालो की कमी :- कई बार दिल हल्का करने के लिए १ कान ही काफी होता है
3. JUDGEMENTS :- सुनने के बाद जज किया जाता है
४ अपने लिए टाइम न निकाल पाना
५ अपने लक्ष्यों तक पहुँचता न दिखना
कुछ इसी तरह की similarities मुझे देखने को मिली , तब लगा मैं अकेली नहीं हूँ इस क़तार में | और तब अंतर्मन से आवाज़ आई के मैं DEPRESSED नहीं हूँ | मुझे खुद पर काम करना है
अगर आप इस वाकये से relate कर पा रहें हैं तो कुछ पल शांत बैठ कर अपने मन की आवाज़ को सुनिए के वो क्या चाहता है, ऐसा क्या है जिसे करने के बाद मन खुश हो जाएगा, बस वो ही चीज़ आपको अपने रूटीन में शामिल कर लेनी है |
ज़रूरी नहीं के कुछ करना ही है , अगर मन है के कुछ नहीं करना और कुछ पल फ़िज़ूल बैठना है " तो बैठिये " आप सारा दिन किसी न किसी के लिए कुछ न कुछ करती हो २ पल अपने लिए निकाल लोगी तो बहुत ख़ुशी होगी |
आपका PASSION जो अधूरा है किसी भी कारण से उसे पूरा करने की कोशिश करो
reading की habit डालो
अच्छे और positive लोगों से वास्ता रखो
हर किसी के आगे अपना मन ना खोलो
वो एक कान ढूंढो चाहे आपके life partner , friend , पडोसी ,आपका बच्चा , आपकी diary , कुछ भी जहाँ आप अपना मन हल्का कर सको और ये निश्चित हो के ये मुझे सुनेगा और सिर्फ सुनेगा |
"सुनेगा और सिर्फ सुनेगा" कहने का मक़सद ये है के कई बार हमें सही गलत की पहचान होती है, लेकिन उस एक पल में लगता है कोई सिर्फ सुन ले और जब मन हल्का हो जाए तो आप खुद से निर्णय ले पाओ क्या सही है क्या गलत|
अपना मनपसंद music सुनो
अपने अपनों के साथ टाइम बिताओ
अपनी family और specially friends के साथ टाइम बिताओ , क्योंकि हर एक फ्रेंड ज़रूरी होता है
अपनी किसी कला को निखारो जिससे आपको नवाज़ा गया है |
अपनी grooming पर ध्यान दो
Red lipstick लगा लो, अरे हसो नहीं ये सच है बहुत बड़ा, चलो अभी try कर के देखो और अगर mood change हो जाए तो इस ब्लॉग के निचे कमेंट करो
ये सारी चीज़े १ दिन में नहीं हो पाएंगी,ये सोचो के रोज़ ख़ुद पर काम करना है , ख़ुश रहना है, ख़ुश लोगों के साथ रहना है, जब जब मन उदास हो अपना ध्यान हटा कर वो काम करो या वो किस्से याद करो जिनसे आपका मन लग जाए | हर रोज़ कोशिश करो कुछ minutes अपने लिए निकालने की
ये सारी बातें हर उम्र के लोगो पर लागू होती हैं , चाहे आप working हैं या नहीं हैं, married हैं, separated हैं, relationship में हैं, कुछ भी हैं, कोई भी situation है ये चीज़े फॉलो करेंगे तो बहुत हद तक खुद को खुश पाएंगे
31.08.2018
Anonymous
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